उसकी नाराज़गी मेरे लिये प्रलयकारी है उसका एक एक आँसू मुझ पर भारी है। उसकी नाराज़गी मेरे लिये प्रलयकारी है उसका एक एक आँसू मुझ पर भारी है।
लिख दूँ इश्क़ या दर्द बहा दूँ, लब्ज़ों से अपने हर मर्ज़ बता दूँ। ऐ सनम कह के तो देख ए लिख दूँ इश्क़ या दर्द बहा दूँ, लब्ज़ों से अपने हर मर्ज़ बता दूँ। ऐ सनम कह ...
रफ्तार फिर तेज होगी सांसों की तेरी, बहेकने लगेंगे नैनन तेरे होकर शराबी। रफ्तार फिर तेज होगी सांसों की तेरी, बहेकने लगेंगे नैनन तेरे होकर शराबी।
क्योंकि मेरी रूह को तलाश है तेरी रूह की..!! क्योंकि मेरी रूह को तलाश है तेरी रूह की..!!
मुकेश बिस्सा श्री कन्हैया कुंज,4 नवखुनिया, गांधी कॉलोनी,जैसलमेर मुकेश बिस्सा श्री कन्हैया कुंज,4 नवखुनिया, गांधी कॉलोनी,जैसलमेर